Lockdown ख़त्म होने के बाद हम सबको बाहर की खुली हवा में पहले जैसी आजादी चाहिए। अपनी पुरानी जिंदगी वापस चाहिए। शायद इसलिए हम सब Lockdown खत्म होने का इंतजार कर रहे थे। पर याद रखिए, Lockdown खत्म हुआ, Corona वायरस नहीं। फिलहाल हमें इसी के साथ जिंदगी जीना सीखना है, वह भी खुद को बचाते हुए और अपना ख्याल रखते हुए ।
Corona वायरस हमारे लिए कितना खतरनाक है, इसका एहसास तो आपको हो ही गया होगा। अब चिंता Lockdown के बाद शुरू होने वाली जिंदगी को लेकर है, जब बच्चे स्कूल जाना शुरू करेंगे और सारे ऑफिस खुल जाएंगे। सबके मन में बस एक ही सवाल कि
- क्या हमें हमेशा मास्क लगा कर रहना पड़ेगा?
- लोगों से दूरी बनाकर रखनी पड़ेगी?
- हाथों को हमेशा सेनिटाइज करते रहने होगा?
हमारे रोजमर्रा की जिंदगी में यह सब संभव तो नहीं लग रहा! मगर इस मामले में Japanese की जीवनशैली का जिक्र करना जरूरी हो जाता है, जिसकी चर्चा इन दिनों की जा रही है। वहां लोगों की आवाजाही पर कोई खास पाबंदी नहीं लगी, रेस्तरां समेत सभी दुकानें खुली रहीं, लोग ऑफिस जाते रहे, Lockdown भी नहीं हुआ और Corona के मामले भी वहां काफी कम हुए। इसके लिए सरकारी सजगता के साथ जापानियों की जीवनशैली को भी जिम्मेदार माना जा रहा है।

दरअसल, जापानियों के लिए मास्क पहनना कोई नई बात नहीं है, यह तो वहां के लोगों की जीवनशैली का अहम हिस्सा रहा है। खानपान और हाइजीन का तरीका भी उनका काफी हेल्दी है। उनकी बात करने की शैली ऐसी है, जिसमें मुंह से ड्रॉपलेट कम फैलता है। शायद इस वजह से यह वायरस वहां ज्यादा फैल नहीं पाया। तो अगर आप खुद और अपने परिवारको इस वायरस से सुरक्षित रखना चाहती हैं, तो आपको अपनी कुछ आदतों को बदलना होगा। डॉक्टरों का भी कहना है कि हमारी असली जिम्मेदारी तो Lock down के बाद शुरू होने वाली है कि इस वायरस से बचने के लिए हम क्या-क्या करते हैं।
अगर ज्यादा जरूरी हो, तभी जाएं Market

हमें कभी जरूरत के लिए, तो कभी दोस्तों का साथ देने के लिए, Market घूमना भले ही कभी आपके लिए पसंदीदा शौक रहा हो, पर अब अपनी इस आदत को कंट्रोल में रखना पड़ेगा। अभी कुछ भी पता नहीं कि यह वायरस कब और किस रूप में आपके संपर्क में आ जाए? इसलिए Market या दुकान में अनावश्यक भीड़ बढ़ाने न जाएं। ज्यादा जरूरी हो, तो ही बाहर जाएं। खरीदारी करने से पहले जरूरी सामान की एक लिस्ट तैयार कर लें और फिर Market जाएं, ताकि खरीदारी में ज्यादा समय न लगे। यदि संभव तो दुकानदार को अपनी सामान की लिस्ट पहले ही नोट करा दें, ताकि वह पहले सेही सारा सामान निकाल कर अलग रख दें। ऑनलाइन खरीदारी का विकल्प भी फिलहाल के लिए सुरक्षित है। हां, अगर कोई सामान बाहर से मंगा रहे हैं, तो डिलिवरी मैन को वह सामान गेट पर ही छोड़ने के लिए बोलें। उसे कैश की जगह ऑनलाइन पेमेंट करें। बाहर से लाए सामान की सफाई और सैनेटाईज अवश्य करें।
Lock downके बाद भी हमारे चेहरे पर मास्क ज़रूरी है
हम अगर सोशल डिस्टेंसका पालन कर रहे हैं, तो इसका मतलब यह नहीं आप मास्क पहनना भूल जाएं। यह सोशल डिस्टेंस का विकल्प नहीं हो सकता, क्योंकि यह वायरस हवा में ड्रॉपलेट के रूप में कई घंटों तक जीवित रह सकता है। ऐसे में मास्क से आपको संक्रमण का खतरा कम होता है। अगर आप खुद भी बीमार हैं, खासकर अगर आपको सर्दी-जुकाम और खांसी है, तो अनिवार्य रूप से मास्क पहनें। इससे आप संक्रमण को दूसरों तक फैलने से रोक सकती हैं।

अपने हाथो को हमेशा साफ़ रखे

हमेशा खाना खाने से पहले, बाथरूम इस्तेमाल के बाद… स्वच्छता की बात तो पहले से की जाती रही है और इसकी वजह बैक्टीरिया और जर्म्स ही हैं, जो अनजाने में हमें संक्रमित करते रहते हैं। अब यही आदत Corona के खिलाफ आपके लिए ढाल का काम करेगी। Market जाएं, ऑफिस जाएं या किसी अन्य सार्वजनिक जगह पर, समय-समय पर हाथों को सेनिटाइज करना न भूलें। हाथ को इसलिए साफ करने पर जोर दिया जा रहा है, क्योंकि बाहर आते-जाते हुए न जाने कितनी ही सतहों को अनजाने में हम छूते रहते हैं, जहां पहले से ही ऐसे वायरस मौजूद रहते हैं। शोध बताते हैं कि Corona वायरस हवा ही नहीं, सतहों पर भी घंटों जीवित रह सकते हैं, जो हाथों के संपर्क में कभी भी आ सकते हैं। इसलिए इस बीमारी से बचने की एक कुंजी हाथ धोना भी है, ताकि अनजाने में आप वायरस को अपने मुंह, नाक या आंखों में ट्रांसफर न कर दें।
अपने बैग व हैंडबैग को अपडेट करें
अब तो आपको अपने बैग हैंडबैग को भी अपडेट करना पड़ेगा। बाहर जा रहे हैं, तो हैंडबैग में टिश्यू पेपर, वेट वाइप्स या अन्य पेपर प्रोडक्ट्स जरूर रखें। इसी के साथ हैंड सेनिटाइजर और पेपर सोप भी रखें। सफाई से जुड़ी ये चीजें कभी भी आपके काम आ सकती हैं, जैसे कि फोन या अपने ऑफिस डेस्क को साफ रखने में।
सफर (यात्रा )सावधानी पूर्वक करें

जब ऑफिस या अन्य जगह जाने के लिए आवाजाही शुरू होगी, तो पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करना ही पड़ेगा। वैसे तो पब्लिक ट्रांसपोर्ट से फिलहाल दूरी बना कर रहने की बात की जा रही है, लेकिन यह सबके लिए संभव नहीं है। ऐसे में आपको कुछ बातों का ख्याल रखना होगा, जैसे कि अपने सहयात्रियों से एक खास दूरी बनाकर बैठना या खड़ा होना। अगर बस या ट्रेन में किसी को खांसी या छींक आती है और आप उनसे 6 फीट से अधिक दूर पर खड़े हैं, तो आपका जोखिम शायद कम हो, लेकिन बीमार व्यक्ति भीड़ भरी गाड़ी में आपके बगल में है, तो यह आपके लिए जोखिम भरा हो सकता है। ऐसे में हर किसी को खांसते या छींकते समय पब्लिक प्लेस का ध्यान रखना चाहिए। छींकते समय मुंह पर टिश्यू पेपर रखें, फिर उस पेपर को इस्तेमाल के बाद ढक्कन लगे कूड़ेदान में फेंकें। इसके बाद हाथ को सेनिटाइज कर लें। सफर करते हुए बार- बार अपने चेहरे को छने से बचें।जैसे ही अपने गंतव्य पर पहुंचे, हाथों को साबुन से धोएं।
Corona Virus Era के अनुभव और जिंदगी में बदलाव
सैलून जाते वक़्त ध्यान दे

यदि आप सैलून जा रहे हैं, तो यहां भी आपको ध्यान रखने की जरूरत है।जो भी व्यक्ति आपको सर्विस दें, देखें कि वह मास्क पहना हुआ या नहीं। जो भी कंघी या कैंची आदि प्रयोग में ला रहा है, उसे स्टरलाइज कर रहा है या नहीं? और हां, आपको भी मास्क पहनना चाहिए। वैसे कुछ सैलून में डिस्पोजल उपकरण उपयोग में लाने की बात हो रही हैं। ऐसे में आप इन विकल्पों पर भी ध्यान दे सकते है क्योंकि जिंदगी अनमोल है |
Lock down के बाद Hotel या Restaurant जाते समय
Lockdown के बाद कुछ शर्त के साथ रेस्तरां खोलने की मंजूरी मिल सकती है, लेकिन वहां भी होम डिलिवरी को ज्यादा प्राथमिकता दिया जा रहा है। फिर भी अगर आप बाहरखाना चाहती हैं, तो आउटडोर बैठने वाले रेस्तरां इंडोर विकल्प की तुलना में कम जोखिम वाले हैं या फिरऐसा रेस्तरां चुनें, जहां वास्तव में वेंटिलेशन की व्यवस्था अच्छी हो। यहां भी सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखना पड़ेगा। वैसे घर में खाना मंगाना ज्यादा सेफ है।